सिबिल स्कोर के बारे में सबकुछ
सिबिल स्कोर की
महत्वपूर्ण जानकारी – लोन लेने के लिए जितना जरुरी आपकी इनकम हैं, आपकी प्रोफाइल
हैं अथवा आप होम लोन ले रहे हैं तो आपकी सम्पत्ति हैं उतना ही जरुरी होता हैं क्रेडिट
स्कोर. आज आप किसी भी तरह के लोन की एप्लीकेशन करें उसके लिए बैंक या फाइनेंस
कंपनी सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक करती हैं. भारत में क्रेडिट स्कोर चेक
करने के लिए कई क्रेडिट रेटिंग एजेंसी हैं. लेकिन सबसे बड़ी हैं सिबिल.आज हम इसी
सिबिल की पूरी जानकारी देंगे. आप इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़े. क्योकि सिबिल के बारे
में जानकारी आधी अधूरी आपको पूरा फायदा नहीं देगी. इसलिए पूरी पोस्ट जरुर पढ़े.
सिबिल स्कोर क्या होता है
सिबिल का पूरा नाम क्रेडिट
इन्फोर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड हैं. लेकिन अब ट्रांस यूनियन सिबिल लिमिटेड हो
चुका हैं. सिबिल भारत में दिए जाने वाले लोन का रिकार्ड मेंटेन करती हैं और सभी
बैंक और फाइनेंस कम्पनियों वो रिकार्ड क्रेडिट स्कोर के रूप में उपलब्ध कराती हैं.
बेसिकली सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट हिस्ट्री का 3 अंको का नंबर होता हैं. यह स्कोर
आपके लिए गए लोन के रीपेमेंट के आधार पर तय होता हैं और 300 से 900 के बिच होता
हैं. अर्थात आप जिस तरह से लोन का भुगतान करते हैं उसका पूरा रिकार्ड सिबिल
रिपोर्ट मेंटेन करता हैं. यदि आप गलत तरीके से लोन का भुगतान करते हैं तो आपका क्रेडिट
स्कोर लगातार बिगड़ता जाता हैं और यदि आप नियमित रूप से लोन और क्रेडिट कार्ड ड्यू का
बिल भुगतान करते रहते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा और मजबूत बनते जाता हैं.
सिबिल स्कोर कैसे तय होता हैं
सिबिल स्कोर कई फेक्टर्स
के आधार पर तय होता हैं. इसमें सबसे बड़ा फेक्टर आपके चुकाए जाने वाले लोन के
नियमित यानी रेगुलर भुगतान हैं. आपके लोन के रीपेमेंट का असर आपके स्कोर पर 30% तक
पड़ता हैं. वही मिक्स क्रेडिट यानी सिक्योर लोन और अनसिक्योर लोन के संतुलन का 25%
असर इसपर पड़ता हैं. इसके अलावा आपके क्रेडिट कार्ड या क्रेडिट लिमिट के युटीलाइजेशन
का भी 25% असर आपके क्रेडिट स्कोर के निर्धारण पर रहता हैं. इसके अलावा आप कितना
लोन या क्रेडिट लेते हैं इसका असर भी आपके क्रेडिट स्कोर पर 20% तक होता हैं. इन
सभी फेक्टर्स को मिलाकर आपका बेहतर क्रेडिट स्कोर तैयार होता हैं. इन सभी फेक्टर्स
पर हम आगे विस्तार से बात करने वाले हैं लेकिन यदि आपको इनमे से किसी भी फेक्टर को
और अच्छे से समझना हैं तो आप इस पोस्ट के निचे सवाल पूछ सकते हैं. हम आपके सभी
सवालों के जवाब देंगे.
सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए
एक अच्छा सिबिल स्कोर
न केवल आपको आसानी से लोन दिला सकता हैं बल्कि कम ब्याज का फायदा भी आपके लिए करा
सकता हैं. आईये जानते हैं आखिर क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिये ? तो आपको जैसा की
पहले बताया क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बिच होता हैं. और इसमें यदि आपका क्रेडिट
स्कोर 300 से 599 के बिच होता हैं तो उसे बहुत खराब होता हैं. इसी तरह आपका
क्रेडिट स्कोर 600 से 649 के बिच होता हैं तो ये खराब सिबिल स्कोर हैं. इसके
अलावा यदि आपका स्कोर यदि 700 से 749 के बिच हैं तो इसे ठीक कहा जा सकता हैं लेकिन यदि
स्कोर 700 से 799 के बिच आता हैं तो ये बहुत अच्छा क्रेडिट स्कोर हैं. लेकिन यदि
आपका इससे भी ज्यादा यानी 800 से ऊपर हैं तो यह सबसे अच्छा क्रेडिट स्कोर माना
जाता हैं. अब यहाँ आपको अनुमान लगाना होगा की आपका क्रेडिट स्कोर कैसा होना चाहिए.
लोन सेटलमेंट करके कही आप लोन डिफाल्टर तो नहीं बन गए
कम क्रेडिट स्कोर पे लोन कैसे लें
क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को कैसे सुधारे
सिबिल स्कोर कैसे चेक करें
इसको चेक करने के
बहुत ही आसान तरीके हैं. यदि आप सीधे सिबिल की वेबसाईट से चेक करवाना चाहते हैं तो
आपको इसका भुगतान करना होता हैं. यहाँ एक बार की रिपोर्ट के लिए 550 रु. तक चुकाना
पड़ेंगे वही 6 महीने लगातार रिपोर्ट पाने के लिए आपको 800/- देने होंगे. और यदि आप
एक साल तक के लिए रिपोर्ट चाहते हैं तो आपको 1200/- देने की जरुरत होगी. अगर आप
फ्री में सिबिल स्कोर चाहते हैं तो आपको पैसा बाजार, लोन बाजार, आदि वेबसाईट से आप
निकलवा सकते हैं.
पेड़ सिबिल के लिए
आपको सिबिल की ऑफिसियल वेबसाईट पे विजिट करना होगी और आपकी कुछ जानकारियों के साथ
पहचान पत्र नंबर देने होंगे और आप कुछ ही समय में विस्तृत सिबिल रिपोर्ट प्राप्त
कर पायेंगे.
सिबिल स्कोर खराब क्यों होता हैं
सिबिल स्कोर खराब होने
के कारणों की बात की जाए तो ये कई कारणों के कारण खराब होता हैं लेकीन इसके कुछ
मुख्य कारण हम आपको बता देते हैं. इसमें पहला हैं की आपके चल रहे लोन की ईएमआई के
तारीख को भूल जाना और समय पे किश्त का भुगतान न करना. दुसरा कारण है एक ही टाइम पे
बहुत से लोन के लिए एप्लाय कर देना.तीसरा कारण हैं बार बार लोन के लिए अप्लाय करते
रहना और लोन न मिल पाना,इसके अलावा एक ऐसा कारण भी हैं जो आपके दवारा नहीं किया
जाता जिसे क्रेडिट रिपोर्ट की गलती कहा जाता हैं इसमें आपके क्रेडिट रिपोर्ट में
किसी और का लोन रिफ्लेक्ट होता हैं और वो खराब चल रहा होता हैं. ये एक गंभीर
समस्या हो सकती हैं इस समस्या को समय रहते सुलझाया नहीं गया तो आपका क्रेडिट स्कोर
बहुत बुरी तरह से बिगड़ सकता हैं. क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को कैसे सुधारा जाता
हैं इसको लेकर इस ब्लॉग पर एक पोस्ट भी लिखी गयी हैं आप वह पढ़ सकते हैं.
सिबिल स्कोर कैसे सुधारे
सिबिल या क्रेडिट
स्कोर कैसे सुधारे इसपर एक विस्तृत पोस्ट आपको इस वेबसाईट पर मिल जायेगी लेकिन हम
आपको यहाँ शोर्ट में बताते हैं की यदि आपका सिबिल स्कोर बिगड़ा हुआ हैं तो आप उसे
कैसे सुधार सकते हैं. उसके लिए सबसे पहला तरिका हैं अपने लोन की किश्ते समय पर जमा
करते रहें,दुसरा क्रेडिट कार्ड के ड्यू को भी समय पर जमा करें. तीसरा पुराने लोन
जो बंद हो चुके हैं उनकी स्थिति देखे कही ऐसा तो नहीं की बैंक या वित्तीय फायनेंस
की गलती के कारण वो लोन अभी तक क्रेडिट रिपोर्ट में रिफ्लेक्ट हो रहे हैं. चौथा
तरीका हैं क्रेडिट का संतुलन बनाए रखे यानी अलग अलग तरह के लोन लेते रहे एक तरह के
लोन लेने से भी आपका क्रेडिट स्कोर नहीं सुधरेगा. आखरी हैं सिबिल रिपोर्ट चेक करते
रहें और उसमे कोई समस्या पायी जाती हैं तो तुरंत सिबिल डिस्प्यूट रेस करें.