फेस्टिवल सीजन में पर्सनल लोन लेने से पहले इन तरीकों को अपनाए
फेस्टिवल की शुरुआत के साथ ही लोग आवश्यक चीजो खरीदने लगते हैं. अगर आपने भी इस तरह सोच रखा है. तो फिर PERSONAL LOAN लेने से पहले कई बातों का ध्यान रखना आपके लिए जरुरी हो जाता है. इन बातो को ध्यान में रखकर आप PERSONAL LOAN EMI का बर्डन काफी कम पड़ेगा.जानिये कैसे कम होगी PERSONAL LOAN.
जब भी कोई आदमी HOME LOAN लेने के बारे में सोचता है या फिर
उस आदमी का किसी भी तरह का PERSONAL LOAN पहले से चल रहा होता है, तो उसके मन में हमेशा से ये ख्याल रहता है कि उसकी PERSONAL LOAN EMI कम
रहे. इसमें PERSONAL LOAN INTEREST के अलावा LOAN PROCESS करने का चार्ज और PERSONAL LOAN CHARGES भी शामिल है, जो कि प्रत्येक BANK या फाइनेंस
संस्थान में काफी अलग-अलग होता है.यह भी पढ़े – लोन सेटलमेंट करके कही आप लोन डिफाल्टर तो नहीं बन गए
नए PERSONAL LOAN CUSTOMER अपना सकते हैं यह तरीके
नए LOAN कस्टमर्स को यह जानना अत्यंत आवश्यक है कि किस बैंक या वित्तीय संस्था से उनको LOAN कम ब्याज पर मिल सकता है. सबसे पहले यह INFORMATION लें कि LOAN LENA हमेशा जोखिम भरा निर्णय होता है. ऐसा करने से आप आगे चलकर आर्थिक प्रोब्लम में फंस सकते हैं. आपके पास LOAN को बाद में पुनर्भुगतान के लिए एक अलग से प्लान होना आवश्यक हैं, जिससे भविष्य में किसी तरह की समस्या न हो.दोस्तों आज मैं आपको इस त्योहारी सीजन में PERSONAL LOAN LENE KE कुछ टिप्स दे रहा हूँ, जिनको LOAN LENE से पहले आपको जानना अत्यंत आवश्यक है.
PERSONAL LOAN INTEREST RATES का करें सही चुनाव
PERSONAL LOAN से पहले सभी तरह का PERSONAL LOAN OFFER का अच्छे से अध्ययन करना चाहिये. इसमें यह देंखे कि BANK या FINANCE COMPANY आपको LOAN PAR INTEREST RATE KAISE देगा. अधिकतर दो तरह से BANK या NBFC'S कस्टमर्स को LOAN पर LOAN INTEREST RATES देती हैं. एक MCLR और दूसरा REPO RATE से LINK. इस महीने से RBI द्वारा REPO RATE LINK HOME LOAN लागू किया हैं इस बात का ध्यान रखे.यह भी पढ़े – लोन क्या हैं - लोन के बारे में जानकारी
नेट इनकम के बाद PERSONAL LOAN
किसी भी व्यक्ति को PERSONAL LOAN उसकी इनकम और LOAN पुनर्भुगतान की क्षमता के आधार पर मिलता है. HOME LOAN देने वाले BANK लोन अमाउंट के रुप में अधिकतर प्रॉपर्टी का 80% वैल्यू के बराबर लोन देते हैं. इनकम को चेक करते टाइम BANK या HFC आपकी नेट इनकम को नहीं देखते जो पे स्लिप पर लिखी हो बल्कि वो इनकम देखते हैं जो PERSONAL LOAN पुनर्भुगतान के लिए चुकाई जा सकने वाली होगी.खराब सिबिल स्कोर हैं तो नहीं मिलता किसी प्रकार का PERSONAL LOAN
PERSONAL LOAN किसी व्यक्ति की CREDIT SCORE KE BASE पर मिलता है. CREDIT INFORMATION क्रेडिट इन्फोर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड (CIBIL) आपको 300 से 900 नम्बरों के बीच एक CREDIT SCORE प्रदान करता है. ये इस आधार पर निर्धारित होता है कि आपने पहले के क्रेडिट कार्ड या PERSONAL LOAN उपयोग कितना है या कैसे उन सभी का भुगतान किया हैं, कोई चेक बाउंस नहीं हुआ है, मौजूदा लोन, बीमा या इंश्योरेंस के मौजूदा लोन, अन्य PERSONAL LOAN और आपने कितनी बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए एप्लीकेशन दिया है. जिन लोगों को CREDIT SCORE 700 से अधिक होता है उन्हें लोन सरलता से मिल जाता है.यह भी पढ़े – कम क्रेडिट स्कोर पे लोन कैसे लें
PERSONAL LOAN अवधि का निर्धारण
PERSONAL LOAN AMOUNT, पर्सनल लोन इंटरेस्ट रेट और इसके अवधि के आधार पर PERSONAL LOAN ईएमआई निर्धारित होती है. लोन ईएमआई, लोन के अवधि के विपरीत संबंधित होती है. जैसे जितना अधिक लोन का अवधि होगा उतनी ही कम लोन ईएमआई जमा करना होगी और जितना कम लोन अवधि होगा, उतनी ज्यादा रकम की PERSONAL LOAN ईएमआई होगी. ठीक इसी तरह कुल लोन इंटरेस्ट रेट भी लोन के अवधि के आधार पर निर्धारित किया जाता है. जितना अधिक लोन अवधि होगा उतना ही ज्यादा लोन इंटरेस्ट रेट होगा और जितना कम लोन अवधि होगा उतना ही कम लोन इंटरेस्ट जमा करना पड़ेगा.यह भी पढ़े – इमरजेंसी में लोन कैसे लें | यह एप शतप्रतिशत देगा लोन
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